राम नाम बिनु बिरथे जगि जनमा Subjective Question Answer 2024 कक्षा 10 हिन्दी गोधूलि भाग 2

[ Class 10 Hindi Objective & Subjective Question Answer 2023 ] कक्षा 10 हिन्दी :- कक्षा 10 काव्य खंड गोधूलि भाग 2 सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर दिया गया है अगर अभी तक आप Hindi godhuli bhag 2 Class 10th ram nam binu birthe jagi janma subjective question answer को नहीं पढ़ें हैं तथा राम नाम बिनु बिरथे जगि जनमा का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन को नहीं पढ़ें  हैं तो इस पोस्ट में कक्षा 10 हिन्दी Class 10th ram nam binu birthe jagi janma V.V.I subjective question 2023 दिया गया है


Class 10th ram nam binu birthe jagi janma subjective question 2023

Q1. कविता के साथ के बिना जगत में यह जन्म व्यर्थ मानता है ?

Ans:- कवि के अनुसार इस संसार में राम नाम के बिना व्यर्थ है।


Q2. नाम कीर्तन के आगे कवि किन कर्मों की व्यर्थता सिद्ध करता है?

Ans:- नाम कीर्तन के आगे दुनिया का सभी दिखावे का पूजा व्यर्थ करता है ।


Q3. प्रथम पद के आधार पर बताएँ कि कवि ने अपनी युग में धर्म साधना के कैसे-कैसे रूप देखे थे?

Ans:- प्रथम पद के आधार पर कवि यह बताएं हैं कि लोग इस संसार में विभिन्न रूपों का धारण करते हैं ।जैसे शरीर में भस्म लगाना नंगे बदन रहना ,बाल को बढाके रहना तथा दिखावे की यात्रा करना इत्यादि।


Q4. हरिरस से कवि का अभिप्राय क्या है?

Ans:- हरिरस से कवि का अभिप्राय है, भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करना।


Q5. गुरु की कृपा से किस युक्ति की पहचान हो पाती है।

Ans:- गुरु की कृपा पहचानने की सबसे अच्छी उपाय गुरु का आशीर्वाद है।कवि के अनुसार इस संसार में गुरु भगवान से भी ऊंचे हैं।


Q6. व्याख्या करें।

(क) राम नाम बिनु अरुझि मरै।

Ans:- कवि के अनुसार इस जन्म में राम नाम का जाप करना चाहिए। इसके बिना जीवन सांसारिक माया मोह में उलझ कर अंत हो जाता है।

(ख) कंचन माटी जानै।

Ans :- कवि के अनुसार मिट्टी सोना के समान है। क्योंकि इस मिट्टी में सोने जैसा स्वरूप परमात्मा में उत्पन्न किए हैं।


Hindi godhuli bhag 2 Class 10th ram nam binu birthe jagi janma subjective question 2023

Q7. राम नाम बिनु बिरो जगि जनमा’ पर का मुख्य भाव क्या है ?

Ans:- गुरुनानक द्वारा रचित कविता राम नाम बिनु बिरथे जागि जनमा का मूल भाव है-बाहरी वेश-भूषा, पूजा-पाठ और कर्मकाण्ड के स्थान पर सरल सच्चे हृदय से राम-नाम के कीर्तन के महत्व पर प्रकाश डालना। कवि का मानना है कि जिसने जन्म लेकर राम की कीर्तन नहीं की उसका जीवन व्यर्थ है क्योंकि नाम कीर्तन ही सच्ची स्थायी शांति देकर व्यक्ति को इस दुखमय जीवन के पार पहुँचा पाता है।


Q8. कवि की दृष्टि में ब्रह्म का निवास कहाँ है?

Ans:- ब्रह्म का निवास मनुष्य के अंदर है। ब्रह्म उन लोगों में निवास करता है। जो सुख, स्नेह और भयग्रस्त नहीं हैं। जो कंचन (सोना, पैसा) को मिट्टी के समान
समझते हैं, उनमें ही ब्रह्म का निवास होता है। जो हर्षशोक से परे हैं। जो मान-अपमान
से अलग हैं, जो आशा को मन से निकाल देते हैं, जो तटस्थ रहते हैं, जो काम-क्रोध . से दूर रहते हैं उन्हीं लोगों में ब्रह्म का निवास होता है।


Q9. कवि किसके बिना जगत् में यह जन्म व्यर्थ मानता है ?

Ans:- गुरु नानक (1469-1539) ने ‘राम नाम बिनु बिरथे जगि जनमा’ शीर्षक कविता में राम नाम की महत्ता पर प्रकाश डाला है। ईश्वर की महिमा अपरमपार है।
कवि ने राम नाम के बिना यह मनुष्य जन्म व्यर्थ माना है। राम नाम लेने से ईश्वर एवं ईश्वरत्व की प्राप्ति होती है।


Q10. गुरु की कृपा से किस युक्ति की पहचान हो पाती है ?

Ans:- गुरु की कृपा से ही ईश्वर की प्राप्ति होती है। गुरु कृपा से ही मनुष्य काम, क्रोध, मद, लोभ और मत्सर के भाव से मुक्त होकर ईश्वर की प्राप्ति कर
पाता है। ब्रह्म प्राप्ति की ये युक्तियाँ गुरु कृपा से होती हैं।


Hindi godhuli bhag 2 Class 10th राम नाम बिनु बिरथे जगि जनमा subjective question 2023

Q11. वाणी कब विष के समान हो जाती है ?

Ans:- कवि गुरुनानक का कहना है कि सच्चे हृदय से राम-नाम कीर्तन की सच्ची स्थायी शांति देकर व्यक्ति को इस दुखमय जीवन के पार पहुँचा पाता है। जो व्यक्ति राम-नाम की कीर्तन नहीं करता सांसारिकता में लगा रहता है उसकी वाणी विष के समान हो जाती है।


Q12. निम्नलिखित पद्यांश की सप्रसंग व्यारया काना।
जो नर दुःख में दुःख नहिं माने। सुख सनेह अरु भय नहीं जाके, कंचन माटी जानै ।।
नहि निंदा नहीं अस्तुति जाके, लोभ मोह अधिमाना ।हरष सोक तें रहे नियारो, नहिं मान-अपमाना

Ans:- प्रस्तुत पंक्तियाँ गुरु नानकदेव की कविता “जो नर दुख में दुख नहि मानै” से उद्धृत हैं। कवि कहते हैं कि जो नर दुःख नहीं मानता, दुःख-सुख में उदासीन रहता है, प्रीति और भय जिसके लिए एक समान हैं, जो कंचन और मिट्टी का भेद नहीं समझता, ऐसे नर पर गुरु की कृपा होती है। ऐसे नर हर्ष-शोक से विचलित नहीं होते हैं। उनके लिए मान-सम्मान सब बराबर हैं।


Q13. नाम-कीर्तन के आगे कवि किन कर्मों की व्यर्थता सिद्ध करता है ?

Ans:- पुस्तक पाठ, व्याकरण का व्याख्यान, सांध्य कर्म, डंड कमंडल धारण करना, चोटी लंबी करना, तीरथ भ्रमण करना-ये सभी कर्म राम के नाम के स्मरण के बिना व्यर्थ हैं। ये सभी कर्म ईश्वर प्राप्ति के साधन हैं। साध्य हैं ईश्वर की प्राप्ति। यह रामनाम से होती है।


Q14. नाम कीर्तन के आगे कवि किन कर्मों की ब्यर्थता सिद्ध करता है ?

Ans:- पुस्तक पाठ व्याकरण का व्याख्यान सांध्य कर्म दंड कमंडल धारण करना चोटी लंबे करना तीरथ भ्रमण करना यह सभी कर्म राम नाम के बिना स्मरण के बिना व्यर्थ है यह सभी कर्म ईश्वर प्राप्ति के साधन है सत्य है ईश्वर की प्राप्ति यह राम नाम से होती है।

Class 10th Kavya Khand subjective question answer 2023

 S.N  गोधूलि भाग 2 ( पद्य खण्ड ) OBJECTIVE
पाठ – 1 राम बिनु बिरथे जगि जनमा
पाठ – 2 प्रेम अयनि श्री राधिका
पाठ – 3 अति सूधो सनेह को मारग है
पाठ – 4 स्वदेशी
पाठ – 5 भारतमाता
पाठ –  6 जनतंत्र का जन्म

कक्षा 10 हिन्दी :- Class 10 Poetry Section Twilight Part 2 Subjective Question Answer is given if you have not yet read कक्षा 10 हिन्दी Hindi godhuli bhag 2 Class 10th ram nam binu birthe jagi janma subjective question answer and have not read the objective question of Ram Naam Binu Birthe Jagi Janma So in this post Class 10th ram nam binu birthe jagi janma VVI subjective question 2023 has been given.

 S.N  Matric Exam 2023 Bihar Board 
1. SOCIAL SCIENCE ( सामाजिक विज्ञान )
2. SCIENCE ( विज्ञान )
3. HINDI ( हिन्दी )
4.  SANSKRIT ( संस्कृत )
5. ENGLISH ( इंग्लिश )
6. MATH ( गणित ) 
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