कक्षा 10 गोधूलि भाग 2 स्वदेशी Subjective Question Answer 2023 | कक्षा 10th हिंदी मैट्रिक परीक्षा 2023

[ Class 10th Hindi Objective & Subjective Question Answer 2023 ] कक्षा 10 गोधूलि भाग 2 :- कक्षा 10th मैट्रिक परीक्षा 2023 के लिए यहां पर हिंदी ( Hindi ) गोधूलि भाग 2 काव्य खंड स्वदेशी सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर Swadeshi subjective question answer 2023 Class 10th नीचे दिया गया है। तथा अगर आप class 10 Swadeshi ka Objective question answer 2023 को भी पढ़ना चाहते हैं, तो इसका लिंक नीचे दिया गया है। जिसे पढ़कर आप कक्षा 10th हिंदी में अच्छे नंबर से पास हो सकते हैं। कक्षा 10 गोधूलि भाग 2 Objective Model Paper 2023


Matric Exam 2023 Hindi Swadeshi Subjective Question | कक्षा 10वीं हिंदी स्वदेशी सब्जेक्टिव प्रश्न उत्तर

Q1. कवि को भारत में भारतीय क्यों नहीं दिखाई पड़ती है ?

Ans :- कवि बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन भारतीय के दैनिक जीवन में स्वदेशी नहीं देखते हैं। जिससे उन्हें भारतीयता नजर नहीं आता है।


Q2. कवि नगर बाजार और अर्थव्यवस्था पर क्या टिप्पणी करता है ?

Ans :- कवि नगर बाजार तथा अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी करते हैं क्योंकि सभी जगह विदेशी वस्तु भरे हुए हैं।


Q3. नेताओं के बारे में कवि की क्या राय है ?

Ans :- नेताओं के बारे में कभी का कहना है। कि यह विदेशों का विकास चाहते हैं। इसी कारण अपने वस्तुओं से दूर होते हैं तथा विदेशी वस्तुओं का उपयोग करते हैं।


Q4. कवि ने डफाली किसे कहा है ? और क्यों ?

Ans :- कवि के अनुसार भारतीय विदेशों की झूठी प्रशंसा करते हैं क्योंकि वह अपने दैनिक व्यवहार में विदेशी वस्तुओं का उपयोग कर रहे हैं।


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Q5. व्याख्या करें।

(क) मनुज भारती देखी कोउ,सकत नाहीं पहचान।

Ans :- प्रस्तुत पंक्तियां मातृभाषा हिंदी गोधूलि भाग 2 के कवि बद्रीनारायण चौधरी द्वारा रचित स्वदेशी कविता से ली गई है। कवि के अनुसार विदेशी वस्तुओं का इतना प्रभाव भारत में है। कि कहीं भी भारतीय नजर नहीं आते हैं। तथा इन लोगों को देखने के बाद भारतीय का पहचान नहीं हो पाता है।

(ख) सबै बिदेसी वस्तु पर,गति रति रीत लखाय।
भारतीयता कछु न् अब, भारत म् दरसात।।

Ans :- प्रस्तुत पंक्तियां हिंदी गोधूलि भाग 2 का दे खंड स्वदेशी कविता से ली गई है जिनके रचनाकार बद्री नारायण चौधरी प्रेम घन हैं। इसमें वर्तमान भारत की दुर्दशा का वर्णन है। सब लोग विदेशी वस्तु पर आपने चाल स्वभाव और प्रेम उत्सर्ग करने के लिए तैयार रहते हैं। परंतु भारतवर्ष में कभी भी भारतीयता नहीं दिखती है। यह दुर्भाग्य की बात है।


Q6. कवि ने ‘डफाली’ किसे कहा है और क्यों ?

Ans :- ‘स्वदेशी’ शीर्षक कविता के रचयिता बदरी नारायण चौधरी ‘प्रेमघन (1885-1922 ई०) ने अंगरेज प्रशंसक एवं अंगरेजियत पसन्द करने वाले लोगों को डफ बजाने वाला या डफाली कहा है। ये लोग अंगरेजों की खुशामद करते थे, उनकी झूठी प्रशंसा करते थे। ये लोग दास-वृत्ति और नौकर वृत्ति अपना ली थी। चारों वर्ण के लोग इसमें सम्मिलित थे। अपने कपड़े ये ठीक से नहीं पहन पाते थे। वे देश का ख्याल कैसे करेंगे ?


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Q7. ‘स्वदेशी’ कविता का मूल भाव क्या है सारांश में लिखिए।

Ans :- ‘स्वदेशी’ कविता का मूल भाव है। भारत और भारतीय तथा भारतीय भाषा के प्रति प्रेम जागृत करना। ‘स्वदेशी’ कविता की रचना उस समय हुई थी जब देश परतंत्र था। उन दिनों ‘स्वदेशी’ शब्द ही राष्ट्रीयता एवं नवजागरण का प्रतीक था। स्वभावतः ‘स्वदेशी’ के दोहों की रचना के पीछे देश में फैले कुविचारों, रीतियों, नीतियों आदि को दूर कर लोगों में आत्म-सम्मान भरना एवं राष्ट्रीयता की भावना जागृत करना था। इसलिए कवि ‘प्रेमधन’ ने राष्ट्रीय-स्वाधीनता की चेतना को अपना लक्ष्य माना तथा सामंतवाद एवं साम्राज्यवाद का विरोध किया।


Q8. बदरी नारायण चौधरी ‘प्रेमघन’ किस काल के कवि थे ?

Ans :- बदरी नारायण चौधरी ‘प्रेमघन’ भारतेन्दु का (आधुनिक काल) (1850 – 1900) ई० के कवि थे।


Q9. आपके मत से स्वदेशी की भावना किस दोहे में सबसे अधिक प्रभावशाली है ?

Ans :- मेरे दृष्टिकोण में दोहा संख्या (10) ही स्वदेशी की भावना सबसे अधिक प्रभावशाली बन पड़ी है। भारतीयता दास-वृत्ति में विश्वास नहीं करती है। चारों वर्ण को इससे बचने का संदेश कवि ने दिया है। भारतीय न खुशामद चाहते हैं, न खुशामद करते हैं। लेकिन पढ़े-लिखे वर्ग के लोग खुशामदी, चापलूस और दलाल बन गए हैं । भारतीय अपनी शान-बान-आन में रहता है। आध्यात्मिकता इसकी शक्ति है। ईश्वर विषयक ज्ञान ही सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है। झूठी विदेशी आदतें, बात-व्यवहार सीखकर । हम देश को आजाद नहीं करा सकेंगे।


Q10. कवि प्रेमघन समाज के किस वर्ग की आलोचना करता है और क्यों ?

Ans :- ‘स्वदेशी’ शीर्षक कविता के रचयिता बदरी नारायण चौधरी ‘प्रेमघन’ हैं।
भारत में उस समय सभी विदेशी वस्तु, विदेशी पुरुष, विदेशी चाल, विदेश प्रेम, विदेशी रीति दिखाई पड़ती थी। भारतीयता अब कछ शेष नहीं रह गयी थी भारत के लोगों को देखकर कोई उन्हें पहचान नहीं पाता था कि कौन मुसलमान है, कौन हिन्दू और कौन क्रिश्चन? विदेशी विद्या पढ़कर लोगों की बुद्धि भी विदेशी हो गयी थी। परदेसी चाल-चलन भारतीयों को रुचने लगी थी। वे विदेशी ठाठ-बाट से रहने लगे थे। देश ही विदेश हो गया था। सपने में भी उनमें भारतीयता का चिह नहीं दिखाई पड़ता था। हिन्दू हिन्दी नहीं बोल पाते थे अंगरेजी में ही लोग भाषण देने लगे थे। अंगरेजी भाषा का ही लोग उपयोग करते थे। उनका वाहन, वस्त्र सब विदेशी हो गया था। लोगों की दास-वृत्ति बढ़ गयी थी। कवि समाज के इस नकली -शिक्षित वर्ग की निन्दा करता है।


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Q11. कविता “स्वदेशी’ के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।

Ans :- ‘स्वदेशी’ शीर्षक कविता के रचयिता बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’ हैं। । “इन दोहों में नवजागरण का स्वर मुखरित है। दोहों की विषयवस्तु और उनका काव्य-वैभव इसके शीर्षक को सार्थकता प्रदान करते हैं। कवि की चिंता और उसकी स्वर भंगिमा आज कहीं अधिक प्रासंगिक है।” आज सभी नरों की रुचि विदेशी वस्तुओं पर है। उनकी गति, प्रेम एवं रीति सभी विदेश से प्रभावित हैं। भारतीयता अब कहीं नहीं दिखाई पड़ती है। भारतीय मनुष्य को देखकर कोई नहीं पहचान सकता। मुसलमान, हिन्दू और क्रिश्चियन कौन है। पता नहीं चलता है। विदेश की विद्या पढ़कर उनकी बुद्धि भी विदेशी हो जा रही है। उनकी चाल-ढाल परदेशी लगती है। यही उन्हें पसंद आता है। सभी विदेशी ठाट-बाट में सजते हैं। यह देश ही विदेश बन गया है। सपने में भी उनमें भारतीयता नहीं दिखाई पड़ती। वे हिन्दी नहीं बोल पाते हैं। वे अंग्रेजी में भाषण करते हैं। वे अंग्रेजी का ही उपयोग करते हैं। उनकी वाहन, वस्त्र, वेश-भूषा और रीति-नीति विदेशी हो गयी है। उनकी रुचि अंग्रेजी हो गयी है। उनका घर भी अंग्रेजीमय हो गया है। चीजें भी विदेशी ही उन्हें पसंद हैं। हिन्दुस्तानी नाम सुनकर ही ये सकुचाते और लजाते हैं। भारतीय वस्तुओं से घृणा करते हैं। देश-नगर की वेश-भूषा और चाल अंग्रेजी हो गयी है। उनसे धोती भी नहीं संभलती है।

Godhuli Bhag 2 Padhkhand V.V.I Subjective Class 10 pdf

 S.N  गोधूलि भाग 2 ( पद्य खण्ड ) OBJECTIVE
पाठ – 1 राम बिनु बिरथे जगि जनमा
पाठ – 2 प्रेम अयनि श्री राधिका
पाठ – 3 अति सूधो सनेह को मारग है
पाठ – 4 स्वदेशी
पाठ – 5 भारतमाता
पाठ –  6 जनतंत्र का जन्म

कक्षा 10 गोधूलि भाग 2 :- Here Hindi Twilight Part 2 Poetry Section Swadeshi Subjective Question Answer for Class 10th Matric Exam 2023 is given below. And if you also want to read Swadeshi Objective Questions Class 10th , then its link is given below. By reading which you can pass class 10th in Hindi with good marks.

 S.N  Matric Exam 2023 Bihar Board 
1. SOCIAL SCIENCE ( सामाजिक विज्ञान )
2. SCIENCE ( विज्ञान )
3. HINDI ( हिन्दी )
4.  SANSKRIT ( संस्कृत )
5. ENGLISH ( इंग्लिश )
6. MATH ( गणित ) 
7. Bihar Board Matric Exam 2023