दोस्तों यहां पर आपको बिहार बोर्ड Class 12th का ( Psychology ) मनोविज्ञान का लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर दिया गया है, तो अगर आप बिहार बोर्ड class 12th परीक्षा 2022 की तैयारी कर रहे हैं, बिहार बोर्ड कक्षा 12 मनोविज्ञान लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर 2022 तथा Class 12th Exam 2022 को देने वाले हैं, तो आप दिए गए क्वेश्चन आंसर को जरूर पढ़ें क्योंकि आपके परीक्षा में यह सब प्रश्न पूछे जा सकते हैं।
Q19. बहिर्मखी प्रकार के व्यक्तित्व का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ बहिर्मुखी प्रकार के व्यक्ति स्वभावत: व्यवहार कुशल, सामाजिक एवं मिलनसार हात हैं। ये वर्तमान को अधिक महत्त्व देते हैं। इनमें किसी विषय पर निर्णय लेने तथा उसे कार्यान्वित करने की क्षमता भी अधिक होती है। ये दूसरे के सुख दुख में भरपूर साथ देते हैं। ये किसी भी परिस्थिति का सामना दृढ़ता से करते हैं। इसी कारण ऐसे व्यक्ति नेता, समाज सुधारक तथा सामाजिक कार्यकर्ता आदि अधिक होते हैं।
Q20. उपाहं (इदम) की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डालें।
उत्तर ⇒ इदम व्यक्ति के व्यक्तित्व का वह पक्ष है जो ‘सुख के सिद्धांत’ पर चलता है। जिस क्रिया द्वारा भी सुख या आनंद की प्राप्ति की संभावना होती है, इदम् उस क्रिया को करने के लिए तत्पर हो जाता है, चाहे, वह क्रिया नैतिक हो या अनैतिक, सामाजिक हो या असामाजिक, समय तथा स्थान के अनुकूल हो या प्रतिकूल। इद्म व्यक्ति की मूल प्रवृति तथा जैविक आवश्यकताओं से जुड़ा रहता है। साथ ही यह ऊर्जा का स्रोत होता है।
Q21. इम तथा अहम् में अंतर करें।
उत्तर ⇒ इद्म तथा अहम् में निम्नलिखित अंतर हैं
(i) इद्म सुख के नियम द्वारा निर्देशित होता है जबकि अहम् वास्तविकता के नियम द्वारा निर्देशित होता है।
(ii) इद्म को समय एवं वास्तविकता का ज्ञान नहीं रहता जबकि अहम् को समय तथा वास्तविकता का ज्ञान रहता है।
(iii) इद्म पूर्णतः अचेतन है जबकि अहम् चेतन तथा अचेतन दोनों होता है।
Q22. अहम् रक्षा युक्तियों से आप क्या समझते हैं?
उत्तर ⇒ फ्रायड के अनुसार जब मनुष्य के जीवन में किसी बाह्य खतरों से चिंता उत्पन्न होती है और इसका सामना वह यथार्थवादी तरीकों से नहीं कर पाता है, तो ऐसी स्थिति में वह अचेतन रूप से अवास्तविक प्रतिरक्षा तंत्र का उपयोग कर अपनी चिन्ता को कम या समाप्त करने की चेष्टा करता है तो ऐसे युक्तियों या तंत्र को अहंप्रतिरक्षा युक्ति या प्रक्रम कहते हैं। यदि ये युक्तियाँ सीमा से अधिक उपयोग किये जाते हैं तब व्यवहार विकृत और असामान्य हो जाते हैं।
Q23. शीलगुण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर ⇒ शीलगुण, व्यवहार करने का एक विशेष, निश्चित एवं स्थायी तरीका है। व्यक्ति की स्थायी विशेषताएँ जिनके कारण उसके व्यवहार में स्थिरता दिखाई पड़ती है, शीलगुणों के नाम से जानी जाती है। हिलगार्ड इत्यादि (Hilgard et.at 1975) के अनुसार “शीलगुणों से तात्पर्य उन विशेषताओं से है जिनमें कोई व्यक्ति अन्य व्यक्तियों से अपेक्षाकृत, स्थाई एवं निरंतर रूप में प्रतीत होता है।” इस प्रकार शीलगुणों का आशय व्यक्ति की अपनी विशेषताओं से है। जैसे प्रभुत्व और अधीनता, संवेगात्मक स्थिरता और अस्थिरता, ईमानदारी, आकांक्षा का सामाजिकता आदि।
Q24. प्रक्षेपी परीक्षण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर ⇒ व्यक्तित्व मापन का यह एक अप्रत्यक्ष विधि है जिसके सहारे व्यक्ति के व्यवहार के अचेतन अभिप्रेरक एवं भाव को जानने की कोशिश की जाती है। इस विधि में व्यक्ति के सामने कुछ अस्पष्ट तथा असंगठित उद्दीपक या परिस्थिति दिया जाता है और इसके प्रति व्यक्ति कुछ अनुक्रिया करता है। इन अनुक्रियाओं में व्यक्ति अचेतन रूप से अपनी इच्छाओं, त्रुटियों एवं मानसिक संघर्षों को प्रक्षेपित करता है जिसका विश्लेषण करके उसके व्यक्तित्व शीलगुणों के बारे में हम एक निष्कर्ष निकालते हैं।
Q25. सर्जनात्मकता को समझाइये। (Explain creativity.)
उत्तर ⇒ सर्जनात्मकता का शाब्दिक अर्थ होता है। निर्माण करने की योग्यता’। अर्थात् नई चीज की रचना तथा किसी नवीन एवं मौलिक चीजों का उत्पादन करने की योग्यता सर्जनात्मकता कहलाती है। इजरेली (Israile) के अनुसार ‘सर्जनात्मकता किसी नवीन वस्तु का निर्माण एवं परिचालन करने की क्षमता है।’ ‘
बिहार बोर्ड कक्षा 12 मनोविज्ञान लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर 2022
Q26. शेल्डन के अनुसार व्यक्तित्व के प्रकारों का वर्णन करें। [2020A]
उत्तर ⇒ शेल्डन ने व्यक्तित्व के तीन प्रमुख प्रकार बतलाये हैं
(i) इंडो मार्फी (endomorphy)
(ii) एक्टोमार्फी (ectomorphy) तथा
(iii) मेसोमार्फी (mesomorphy)
Q27. क्रेश्मर के अनुसार व्यक्तित्व प्रकार को लिखें।
उत्तर ⇒ क्रेश्मर ने शारीरिक रचना के आधार पर व्यक्तित्व के तीन प्रकार बतलाए हैं कृशकाय (Athenic), पुष्टकाय (Athletic) तथा स्थूलकाय (Pyknic)। लंबे तथा दुबले-पतले शरीर वाले व्यक्ति को कृशकाय कहा गया। ऐसे लोग चिड़चिड़ा मिजाज के होते हैं। पुष्टकाय व्यक्ति का शरीर औसत कद का होता है। ऐसे व्यक्ति में एक सामान्य व्यक्ति के शीलगुण पाये जाते हैं। मोटे तथा नाटे शरीर वाले व्यक्ति को स्थूलकाय कहते हैं। ऐसे लोग शांतिप्रिय तथा खुशमिजाज होते हैं।
Q28. व्यक्तित्व के विशेषताओं का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ व्यक्तित्व को निम्नलिखित विशेषताओं द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है –
(i) इसके अंतर्गत शारीरिक एवं मनोवैज्ञानिक दोनों ही घटक हो सकते हैं।
(ii) किसी व्यक्ति विशेष में व्यवहार के रूप में इसकी अभिव्यक्ति पर्याप्त रूप से अनन्य होती है।
(iii) इसकी प्रमुख विशेषताएँ साधारणतया समय के साथ परिवर्तित नहीं होती है।
(iv) यह इस अर्थ में गत्यात्मक होता है कि इसकी कुछ विशेषताएँ आंतरिक अथवा बाह्य स्थितिपरक मांगों के कारण परिवर्तित हो सकती है। इस प्रकार व्यक्तित्व स्थितियों के प्रति अनुकूलनशील होता है।
Q29. कुछ व्यक्तित्व-शील गुणों का वर्णन करें ।
उत्तर ⇒ व्यक्ति के मुख्य शीलगुण निम्नलिखित हैं
(i) शारीरिक शीलगुण (Physical traits) —- शरीर की लंबाई, मोटाई, रंग-रूप आदि को शारीरिक शीलगुण कहते हैं।
(ii) मानसिक शीलगुण (Mental traits) — बुद्धि, मानसिकता, मनोवृत्ति, ईमानदारी, बेईमानी आदि को मानसिक शीलगुण कहते हैं।
(iii) सामाजिक शीलगुण (Social traits)—इस वर्ग के शीलगुणों के अंतर्गत सामाजिकता, मानवता, सहायता व्यवहार आदि की गणना की जाती है।
Q30. मनोवैज्ञानिक शील गुणों के प्रकारों का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ मनोवैज्ञानिक शील गुणों को निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता है—
(i) बुद्धि (Intelligence)—यह एक महत्त्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक गुण है। बुद्धि का तात्पर्य एक समग्र योग्यता से है जो व्यक्ति को तर्कपूर्ण चिंतन, उद्देश्यपूर्ण कार्य तथा प्रभावपूर्ण समायोजन में सहायक होती है।
(ii) अभिक्षमता (Aptitude)—इसका अर्थ यह है कि कोई व्यक्ति मूर्त कार्य में अधिक कुशल होता है, जबकि कोई व्यक्ति अमूर्त कार्य में अधिक सक्षम होता है।
(ii) मनोवृत्ति (Attitude)—यह भी एक मानवं गुण है जो विभिन्न लोगों में अलग-अलग होती है। किसी की मनोवृत्ति पढ़ने के अनुकूल होती है और किसी की मनोवृत्ति प्रतिकूल होती है। मनोवृत्ति या तो सकारात्मक होती है या नकारात्मक, होती है।
Q31. अंतर्मुखी तथा बहिर्मुखी व्यक्तित्व में अंतर बताइए।
उत्तर ⇒ युग ने मानसिक शीलगुणों के आधार पर व्यक्तित्व को अन्तर्मुखी तथा बहिर्मुखी प्रकार में बाँटा है। अन्तर्मुखी व्यक्ति संकोचशील, लज्जालु तथा आत्मकेन्द्रित होता है। ऐसे व्यक्तित्व वाले व्यक्ति एकान्त प्रेमी होते हैं। रूढ़िवादी अधिक होते हैं तथा इनमें सम्बन्ध आवश्यकता कम होती है। ऐसे व्यक्तित्व पुराने मूल्यों को अधिक महत्त्व देते हैं। उनके विचार में दृढ़ता पायी जाती है। इसके विपरीत बहिर्मुखी व्यक्तित्व में संवर्धन आवश्यकता अधिक होती है। ऐसे लोग मिलनसार होते हैं। इनके विचार एवं व्यवहार में लचीलापन होता है। इनमें यथार्थता अधिक देखी । जाती है। ये नये मूल्यों को अधिक महत्त्व देते हैं। इनमें उदारता अधिक देखी जाती है।
Q32. व्यक्तित्व मूल्यांकन के आत्म-प्रतिवेदन विधि का मूल्यांकन करें।
उत्तर ⇒ आत्म-प्रतिवेदन विधि उस विधि को कहते हैं, जिसमें व्यक्ति अपने व्यक्तित्व के संबंध में स्वयं सूचना देता है। पूछे गए प्रश्नों के उत्तरों के विश्लेषणों के आधार पर उसके व्यक्तित्व का मूल्यांकन किया जाता है। यदि व्यक्ति अपने संबंध में सही-सही सूचना देता है। ‘उसके व्यक्तित्व का मापन बहुत सही होता है। कारण यह है कि व्यक्ति अपने संबंध में स्वयं ” सही जानकारी रखता है, उतनी जानकारी किसी दूसरे व्यक्ति को नहीं हो पाती है। लेकिन विधि में आत्मनिष्ठता (subjectivity) का दोष पाया जाता है।
मनोविज्ञान कक्षा 12 लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर पीडीएफ 2022
Q33. सामाजिक तनाव का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ सामाजिक तनाव का तात्पर्य उस सामाजिक स्थिति से है जिसमें समाज या यमन सभी या अधिकांश सदस्य चिंता, अशांति तथा बेचैनी महसूस करते हैं और पेशीय तनाव के पा से प्रीड़ित होते हैं।
Q34. तनाव हमारे स्वास्थ्य को किस ढंग से प्रभावित करता है?
उत्तर ⇒ प्रतिबल हमारे स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करता है। इससे सहानुभूतिक तंत्रिका तंत्र सक्रिय हो जाती है जिससे ऐडरिनलिन तथा नॉर एडरिनलिन मुक्त होता है, हृदय धड़कन बढ़ जाता है, रक्त चाप बढ़ जाता है, पेशीय तनाव बढ़ जाता है । रक्त का बहाव आन्तरिक अंगों के अस्थिपंजर पेशियों की ओर होने लगती है, पाचन क्रिया मंद पड़ जाती है या रुक जाती है। यकृत द्वारा चीनी अधिक मुक्त होता है। व्यक्ति उच्च रक्त चाप तथा चीनी की बीमारी से ग्रसित हो जाता है तथा हृदय रोगी हो जाता है। ये व्यक्ति कुसमायोजित व्यवहार तथा मानसिक विकृतियों का शिकार हो जाता है।
Q35. तनाव के किन्हीं दो प्रमुख स्रोतों का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ उन घटनाओं तथा दशाओं का प्रसार बहुत व्यापक है जो तनाव को उत्पन्न करती है। उनमें से सबसे महत्त्वपूर्ण जीवन में घटने वाली घटनाएँ हैं जैसे किसी प्रियजन की मृत्यु या व्यक्तिगत चोट, खीज उत्पन्न करने वाली दैनिक जीवन की परेशानियाँ जो बहुत आवृत्ति के साथ घंटित होती है तथा अभिघातक घटनाएँ जो हमारे जीवन को प्रभावित करती है जैसे—अग्निकांड, सुनामी, भूकंप आदि।
Q36. तनाव या दबाव का सामना करने के विभिन्न उपायों का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ प्रतिबल का सामना करना या इसे प्रवर्धित करने के कई तरीके हैं सर्वप्रथम तरीका है कि पारिवारिक कार्यक्रम। जिसमें परिवार के सदस्यों के सक्रिय प्रयास से पीड़ित को तनाव से बचाने का प्रयास किया जाता है। प्रतिबल का प्रवर्धित करने का दूसरा उपाय हैं। व्यावसायिक व्यवहार जिसमें पीड़ित को एक उपयुक्त व्यवसाय में लगाकर उनका ध्यान प्रतिबल के संज्ञान से दूर हटाया जाता है। प्रतिबल का प्रवर्धित करने का तीसरा उपाय है संज्ञान में परिवर्तन यहाँ विभिन्न उपायों द्वारा पीड़ित के संज्ञान में परिवर्तन लाकर उसे प्रतिबल के प्रभाव से दूर किया जाता है।
Bihar board Class 12th Question Answer 2022
दोस्तों अगर आप बिहार बोर्ड के छात्र हैं और कक्षा दसवीं की तैयारी कर रहे हैं, तो यहां पर कक्षा 10 का सभी विषय का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन Objective Question , लघु उत्तरीय प्रश्न तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर दिया गया है जिसे पढ़कर आप अपनी तैयारी को बेहतर कर सकते हैं।