Class 12th History ( इतिहास ) ka Question Answer 2024 | इतिहास का लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर 2024 कक्षा 12 PART – 9

दोस्तों यहां पर बिहार बोर्ड कक्षा 12 के लिए इतिहास का अति लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर ( Bihar Board Class 12 History very short answer type questions 2024 ) दिया हुआ है तथा साथ में कक्षा 12 इतिहास का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन भी ( Inter Board Exam 2024 History Question Answer ) दिया हुआ है अगर आप लोग इस बार इंटर बोर्ड परीक्षा 2024 की तैयारी कर रहे हैं तो इन सभी प्रश्नों को ध्यान पूर्वक जरूर पढ़ें क्योंकि इन्हीं सब प्रश्न आपके इंटर बोर्ड परीक्षा 2024 में पूछे जा सकते हैं ,कक्षा 12 इतिहास के महत्वपूर्ण प्रश्न 2024 पीडीऍफ़ डाउनलोड

इतिहास ( लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर ) PART – 9

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Q171. कब और क्यों साइमन कमीशन भारत आया?

Ans :- साइमन कमीशन भारत 3 फरवरी, 1928 ई० को आया था। साइमन कमीशन के भारत आगमन का मख्य कारण था भारत में संविधानिक सुधारों का अध्ययन करना। इसमें कोई भारतीय सदस्य नहीं था। इसी कारण साइमन कमीशन का पूरे देश में विरोध हुआ।


Q172. जिन्ना के ‘द्विराष्ट्र सिद्धांत’ के विषय में आप क्या जानते हैं ?

Ans :- मि० जिन्ना व लीग को छिपे तौर पर ब्रिटिश सरकार का समर्थन प्राप्त था, इसालए भारत की स्वतंत्रता के लिए वह कांग्रेस से कोई समझौता करने को तैयार न था। अतः मार्च, 1940 में मि० जिन्ना ने ‘द्विराष्ट्र सिद्धान्त’ का प्रतिपादन करते हुए भारत के विभाजन की माँग की। मि० जिन्ना ने दावा किया कि हिन्दू और मुसलमान भारत में रहने वाले दो अलग-अलग राष्ट्र हैं जिनका स्थान और अधिकार बराबर का है। मुसलमानों की संस्कृति, धर्म और हित भारत में सुरक्षित नहीं है, वह केवल पृथक राष्ट्र में ही सुरक्षित रह सकते हैं। मि० जिन्ना ने स्पष्ट रूप से कहा कि “हिन्दू और मुसलमान सभी एक संयुक्त राष्ट्र में रह सकते हैं, यह मात्र एक स्वप्न है। भारत में अन्तर्जातीय समस्या नहीं है वरन् स्पष्ट रूप से अंतर्राष्ट्रीय समस्या है। राष्ट्र की किसी परिभाषा के अनुसार मुसलमान एक राष्ट्र है, अतः उनका अपना प्रदेश और राज्य होना चाहिए।


Q173. अंग्रेजों ने भारत क्यों छोड़ा ? किन्हीं दो कारणों की चर्चा करें।

Ans :- अंग्रेजों ने 15 अगस्त, 1947 को भारत को स्वतंत्र कर दिया। अंग्रेजों द्वारा भारत के छोड़े जाने के दो कारण निम्न हैं… (i) द्वितीय विश्वयुद्धं में ब्रिटेन को काफी आर्थिक हानि हुई थी। अब उसके पास इतने संसाधन नहीं थे कि भारत पर प्रभावी नियंत्रण बना सके।
(ii) भारतीय लोगों में राष्ट्रीय जागृति आ चुकी थी। वे किसी भी कीमत पर भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त करना चाहते थे।


Q174. भारतीय रियासतों के विलय पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

Ans :- स्वतंत्र भारत में देशी रियासतों का मामला एक बड़ी समस्या थी। भारत में उस समय कुल 562 देशी राज्य थे। सरदार पटेल के प्रयासों का परिणाम यह हुआ कि 15 अगस्त, 1947 ई० * जूनागढ़, हैदराबाद और कश्मीर के अतिरिक्त सभी रियासतें भारत संघ में शामिल हो गई थी। भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947 में ब्रिटिश सर्वोच्चता समाप्त कर दी गई थी और राज्यों को पूर्ण प्रभुसता प्रदान की गई थी। लेकिन उनसे यह भी कहा गया था कि भारत या पाकिस्तान किसी संघ में शामिल हो जायें। अपने राज्यों के विलय के लिए देशी नरेशों को दो प्रकार के समझौते करने को कहा गया—प्रथम इन्ट्रमेंट ऑफ एक्सेसन और दूसरा स्टेन्डस्टिल एग्रीमेन्ट। प्रथम के अनुसार देशी राज्य संघ में सम्मिलित होते थे और प्रतिरक्षा, विदेशी मामले और यातायात व संचार संबंधी विषय संघ को सौंप देते थे। द्वितीय के अनुसार अंग्रेजों को 1947 के पूर्व जो अधिकार प्राप्त थे वही केन्द्रीय सरकार को प्राप्त होते थे। देशी रियासतों का भारत संघ में विलीनीकरण
सरदार पटेल की महान उपलब्धि थी। इससे आधुनिक भारत राष्ट्र का निर्माण हुआ।


Q175. विभाजन के खिलाफ महात्मा गाँधीजी की दलील क्या थी?

Ans :- विभाजन के खिलाफ गाँधीजी यह दलील देते थे कि विभाजन उनकी लाश पर होगी। वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे। उन्हें यह यकीन था कि वे देश में सांप्रदायिक एकता पुनः स्थापना करने में कामयाब होंगे। लोग घृणा और हिंसा का रास्ता छोड़ देंगे और सभी मिलकर दो भाइयों की तरह अपनी समस्याओं को निदान कर लेंगे। प्रारंभ में सांप्रदायिक सद्भाव पुनः स्थापित करने में उन्हें सफलता भी मिली। उनकी आयु 77 वर्ष की थी। वह यह मानते थे कि उनकी अहिंसा,
शांति, सांप्रदायिक भाईचारा के विचारों को हिन्दू और मुसलमान दोनों ही मानते हैं। गाँधीजी जहाँ भी गए पैदल गए। उन्होंने हर जगह हिन्दू और मुसलमानों को शांति बनाए रखने, परस्पर प्रेमऔर एक-दूसरे की रक्षा करने का आह्वान किया। गाँधीजी मानते थे कि सैकड़ों साल से – हिदू-मुस्लिम इकट्ठे रहते आ रहे हैं, वे, एक जैसी पोशाक पहनते हैं, एक जैसा भोजन खाते हैं, इसलिए शीघ्र ही आपसी घृणा भूल जायेंगे।


Q176. संविधान का अर्थ व परिभाषा बताइये।

Ans :- संविधान उन समस्त लिखित और परंपराओं पर आधारित अलिखित नियमों और कानूनों का समूह है जिनके आधार पर एक देश की शासन व्यवस्था का गठन किया जाता है और सरकार के विभिन्न अंगों के बीच कार्य और शक्तियों का बंटवारा किया जाता है तथा उन सिद्धांतों का निर्धारण होता है जिनके अनुसार वे शक्तियाँ प्रयोग में लाई जाती हैं। दूसरे शब्दों में, संविधान नियमों का वह समूह है जो शासन शक्ति लागू करने के उद्देश्यों को प्राप्त करता है और जो शासन के उन विविध अंगों की रचना करता है जिनके माध्यम से सरकार अपनी शक्ति का प्रयोग करती है।


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Q177. संविधान निर्मात्री सभा का गठन कैसे हुआ?

Ans :- संविधान निर्मात्री सभा का गठन कैबिनेट मिशन की व्यवस्थाओं के आधार पर हुआ। इसके सदस्यों को जुलाई, 1946 में ब्रिटिश प्रांतों की विधान सभाओं द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से चुना गया। कुल 296 सीटों में से काँग्रेस को 212, मुस्लिम लीग को 73 तथा अन्य 11 सीटें जीतीं। | रियासतों से 93 सदस्यों को लिया जाना था। इसमें व्यापारी, जमींदार, उद्योगपति, जागीरदार, बुद्धिजीवी, किसान आदि थे। यह भारत की एक लघु झाँकी प्रस्तुत करती थी


Q178. किन आधारों पर संविधान की आलोचना की जाती है?

Ans :- देशी-विदेशी विद्वानों ने निम्न आधारों पर भारतीय संविधान की आलोचना की है
(i) यह सभा जनता द्वारा निर्वाचित नहीं थी। भारत के संविधान सभा जैसी महत्त्वपूर्ण संस्था – के गठन के लिए ज
के लिए जनता को प्रत्यक्ष रूप से भागीदार बनाना अति आवश्यक था, क्योंकि ‘उसक द्वारा बनाये जाने वाले संविधान का मल उद्देश्य भारतीय जनता की आकांक्षाओं
को पूर्ण करना था।
(ii) संविधान सभा को एक दलीय संस्था कहकर भी आलोचना की जाती है। उस समय भारत में कांग्रेस का प्रभुत्व था इसलिए संविधान सभा पर कांग्रेस का प्रभाव था। अतः इस बात को स्वीकार नहीं किया जा सकता कि यह प्रभत्व संपन्न सस्था था।


Q179. भारतीय संविधान में नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लेख करें।

Ans :- संविधान द्वारा भारतीय नागरिकों को 7(सात) मौलिक अधिकार प्रदान किये गये थे, किन्तु 44वें संविधान संशोधन द्वारा संपत्ति के अधिकार को समाप्त कर दिया गया। संपत्ति का मौलिक अधिकार समाप्त होने के बाद अब नागरिकों को छ: मौलिक अधिकार प्राप्त हैं वे हैं-

(i) समानता का अधिकार,
(ii) स्वतंत्रता का अधिकार,
(iii) शोषण के विरुद्ध अधिकार,
(iv) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार,
(v) संस्कृति तथा शिक्षा का अधिकार,
(vi) संवैधानिक उपचारों का अधिकार।


Q180. ‘प्रारूप समिति’ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।

Ans :- संविधान का प्रारूप तैयार करने के लिए 29 अगस्त, 1947 को संविधान सभा द्वारा प्रारूप समिति का गठन किया गया। इस समिति के अध्यक्ष के रूप में डॉ० भीमराव अम्बेदकर की नियुक्ति की गई। प्रारूप समिति का काम था कि वह संविधान सभा की परामर्श शाखा द्वारा तैयार किये गये संविधान का परिक्षण करे और संविधान के प्रारूप को विचारार्थ संविधान सभा के सम्मुख प्रस्तुत करे। प्रारूप समिति ने भारत के संविधान का जो प्रारूप तैयार किया वह फरवरी 1948 में संविधान सभा के अध्यक्ष को सौंपा गया।


कक्षा 12 इतिहास के महत्वपूर्ण प्रश्न 2024 बिहार बोर्ड

Q181. उद्देश्य प्रस्ताव में किन आदशों पर जोर दिया गया था?

Ans :- पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 13 दिसम्बर, 1946 को संविधान सभा में अपना ऐतिहासिक “उद्देश्य प्रस्ताव” पेश किया। इस ऐतिहासिक प्रस्ताव में भारतीय संविधान के मूल आदर्शों की व्याख्या प्रस्तुत की गई तथा संविधान सभा के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक. ढाँचा सझाया गया। इस प्रस्ताव में भारत को एक “स्वतंत्र सम्प्रभु गणराज्य” घोषित किया गया तथा नागरिकों का स्वतंत्रता, समानता और न्याय का आश्वासन दिया गया था।


Q182. भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 को क्यों लागू किया गया?

Ans :- भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 का लागू करने का मुख्य कारण था कि इसी दिन 1929 ई० में पहली बार देश को स्वतंत्रता की घोषणा कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में किया गया था। संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर, 1949 को नये संविधान को अंतिम रूप दिया गया तथा काफी विचार-विमर्श के उपरांत इसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया।


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   S.N Class 12th Political Science Objective Question 2024
   1.   शीत युद्ध का दौर
   2.   दो ध्रुवीयता का अंत
   3.  समकालीन विश्व में अमेरिकी वर्चस्व
   4.   सत्ता के वैकल्पिक केंद्र 
   5.   समकालीन दक्षिण एशिया
   6.   अंतरराष्ट्रीय संगठन 
   7.   समकालीन विश्व में सुरक्षा
   8.   पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन
   9.   वैश्वीकरण
  10.   राष्ट्र निर्माण की चुनौतियां
  11.  एक दल के प्रभुत्व का दौर
  12. नियोजित विकास की राजनीति