दोस्तों इस पोस्ट में बिहार पारा मेडिकल प्रवेश परीक्षा 2023 के लिए सबसे महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर दिया हुआ है जो कि बिहार पारा मेडिकल डेंटल भौतिक विज्ञान का चैप्टर विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव का ऑब्जेक्टिव दिया हुआ है Bihar paramedical dental objective question PDF तथा नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करेंगे तो वहां पर आप बिहार पारा मेडिकल तथा बिहार पॉलिटेक्निक का ऑनलाइन टेस्ट देने को मिलेगा इसलिए आप सबसे पहले इन सभी प्रश्नों को एक बार जरुर पढ़ें इसके बाद आप बिहार पारा मेडिकल डेंटल का ऑनलाइन परीक्षा दे
( विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव ) Objective |
Q1. चुम्बकत्व का कारण है
(a) आवेशों की गति
(b) ताँबे का तार
(c) धातु की प्रकृति
(d) स्थिर आवेश
(a) आवेशों की गति
Q2. चुम्बकीय क्षेत्र में वह दिशा जिसमें स्थित ऋजरेखी धारावाही चालक पर कोई बल नहीं लगता, कहलाती है
(a) चुम्बकीय क्षेत्र B की दिशा
(b) धारा । की दिशा
(c) (a) व (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
(a) चुम्बकीय क्षेत्र B की दिशा
Q3. 1 न्यूटन/ऐम्पियर-मीटर निम्न के बराबर है
(a) 106 गौस
(b) 104 गौस
(c) 10-4 गौस
(d) 10-2 गौस
(b) 104 गौस
Q4. एक इलेक्ट्रॉन 0.2 वेबर/मी2 के चुम्बकीय क्षेत्र में 2 x 107 मी/से के वेग से क्षेत्र के लम्बवत् गति कर रहा है। यदि e = 1.6 x 10-19 कूलॉम हो, तो इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला बल (न्यूटन में) होगा
(a) 6.4×10-11
(b) 64×10-14
(c) 6.4×10-12
(d) 4.8×10-13
(b)
Q5. फ्लेमिंग के दाहिने हाथ का नियम प्रदान करता है
(a) प्रेरित विद्युत वाहक बल की दिशा
(b) प्रेरित विद्युत वाहक बल का परिमाण
(c) प्रेरित विद्युत वाहक बल की दिशा व परिमाण दोनों
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
(a) प्रेरित विद्युत वाहक बल की दिशा
Q6. दो समान्तर तारों में क्रमश: 2 तथा 4 ऐम्पियर की धारायें प्रवाहित हो रही हैं। यदि तारों की 0.3 मी लम्बाई पर लगने वाला बल 3×10-6 न्यूटन हो, तो तारों के बीच लम्बवत् दूरी होगी
(a) 1.0 मी
(b) 1.6 मी
(c) 0.16 मी
(d) 0.016 मी
(c) 0.16 मी
Q7. यदि एक इलेक्ट्रॉन, जो पूर्व की ओर चल रहा है, उत्तर दिशा मे दिष्ट बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र से प्रभावित होता है, तो इलेक्ट्रॉन पर बल होगा
(a) ऊर्ध्वाधर ऊपर की ओर
(b) ऊर्ध्वाधर नीचे की ओर
(c) उत्तर की ओर
(d) पूर्व की ओर
(a) ऊर्ध्वाधर ऊपर की ओर
Q8. एक इलेक्ट्रॉन 2 वेबर/मी2 तीव्रता वाले चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र की दिशा से π/6 कोण पर 10 मी/से के वेग से प्रवेश करता है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला बल है
(a) शून्य
(b) 1.6 x 10-14. न्यूटन
(c) 1.6 x 10-19 न्यूटन
(d) 2 x 10-14 न्यूटन
(b) 1.6 x 10-14. न्यूटन
Q9. निम्न में से सही कथन छाँटिए
(a) चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित धारावाही चालक पर लगने वाले बल का मान चालक में बहने वाली धारा । के अनुक्रमानुपाती होता है।
(b) चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित धारावाही चालक पर लगने वाला बल, चालक की लम्बाई के अनक्रमानुपाती होता है.
(c) चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित धारावाही चालक पर लगने वाला बल चम्बकीय क्षेत्र के अनुक्रमानुपाती होता है
(d) उपरोक्त सभी सत्य हैं से पृथ्वी की ओर
(d) उपरोक्त सभी सत्य हैं से पृथ्वी की ओर
Q10. तीव्र गतिमान धनावेशित कण कभी-कभी अन्तरिक्ष से पथ्वीर आते हैं। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के कारण ये कण विक्षेपित हो
(a) उत्तर की ओर
(b) दक्षिण की ओर
(c) पूर्व की ओर
(d) पश्चिम की ओर
(c) पूर्व की ओर
Bihar Polytechnic Physics model paper PDF 2023
Q11. एक इलेक्ट्रॉन ऊर्ध्वाधर दिशा में नीचे की ओर गतिमान है तथा चुम्बकीय क्षेत्र से गुजर रहा है जो क्षैतिज दिशा में दक्षिण से उत्ता ओर दिष्ट है, तो इलेक्ट्रॉन विक्षेपित होगा
(a) पूर्व की ओर
(b) पश्चिम की ओर
(c) उत्तर की ओर
(d) दक्षिण की ओर
(b) पश्चिम की ओर
Q12. 4×10-3 किग्रा/मी के 20 सेमी तार में 10 ऐम्पियर की धारा बह रही है। ऊपर की ओर तार को रोके रखने के लिए आवश्यक चुम्बकीय क्षेत्र होगा ( g = 10 मी/से2 )
(a) 4.5 x 10-2 वेबर/मी2
(b) 4×10-3 वेबर मी2
(c) 5×10-3 वेबर/मी2
(d) 5x 103 वेबर/मी2
(b) 4×10-3 वेबर मी
Q13. एक 10 सेमी लम्बे क्षैतिज तार में 5 ऐम्पियर धारा प्रवाहित होती है। तार की संहति 3×10-3 किग्रा/मी मानते हुए इस तार को स्थिर रखन के लिए क्षेत्र का मान होगा
(a) 5.88 x 10-6 टेस्ला नीचे की ओर
(b) 5.88×10-3 टेस्ला ऊपर की ओर
(c) 0.6 x 103 टेस्ला ऊपर की ओर
(d) 0.6 x 10-3 टेस्ला ऊपर की ओर
(b) 5.88×10-3 टेस्ला ऊपर की ओर
Q14. क्षैतिज रूप से खिंचे 60 सेमी लम्बे एक तार में 1.5 ऐम्पियर की विद्युत धारा चुम्बकीय क्षेत्र में पूर्व से पश्चिम की ओर है, चुम्बकीय क्षेत्र का तीव्रता 0.1 न्यूटन/ऐम्पियर-मी ऊर्ध्वाधर रूप से नीचे की ओर निदाशत है। तार पर चुम्बकीय विक्षेपण बल की मात्रा तथा दिशा है
(a) 0.9 न्यूटन, दक्षिण
(b) 0.09 न्यूटन, दक्षिण
(c) 0.9 न्यूटन, उत्तर
(d) 0.09 न्यूटन, उत्तर
(d) 0.09 न्यूटन, उत्तर
Q15. धारावाही परिनालिका के कारण चुम्बकीय क्षेत्र की तीवता करती है
(a) क्रोड के पदार्थ की प्रकृति पर
(b) विद्युत धारा के परिमाण पर
(c) कुण्डली में फेरों की संख्या पर
(d) उपरोक्त सभी पर
(d) उपरोक्त सभी पर
Q16. एक गतिमान इलेक्ट्रॉन उत्पन्न करता है
(a) केवल विद्युत क्षेत्र
(b) केवल चुम्बकीय क्षेत्र
(c) विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र दोनों
(d) कोई क्षेत्र नहीं
(c) विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र दोनों
Q17. एक ι लम्बाई की परिनालिका में फेरों की संख्या n है। एक अन्य परिनालिका जिसकी लम्बाई ι/2 है, में भी फेरों की संख्या n है परन्तु यह फेरे दो परतों में लपेटे गये हैं। जब दोनों परिनालिकाओं में समान धारा बह रही हो, तो द्वितीय एवं प्रथम परिनालिकाओं के केन्द्रों पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रताओं का अनुपात होगा
(a) 2:1
(b) 1:1
(c) 1:2
(d) 1:4
(a) 2:1
Q18. एक कण जिसका आवेश q, द्रव्यमान m तथा वेग V है. चम्बकीय क्षेत्र लम्बवत चलता है। कण पर लगा बल है
(a) q2vB
(b) avB
(c) qmvB
(d) qvB\m
(b) avB
Q19. ι मीटर लम्बाई के चालक में पूर्व से पश्चिम की ओर क्षैतिज तल में । ऐम्पियर धारा बह रही है और यह चालक, B न्यूटन/ऐम्पियर-मी के चम्बकीय क्षेत्र में रखा है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा ऊर्ध्वाधरत: ऊपर की ओर है। चालक पर लगने वाला बल होगा
(a) iBι न्यूटन, दक्षिण से उत्तर की ओर
(b) iBι न्यूटन, उत्तर से दक्षिण की ओर
(c) न्यूटन, क्षैतिज तल में
(d) न्यूटन, दक्षिण से उत्तर की ओर
(a)
Q20. निलम्बित कुण्डली धारामापी में धारा मापी जा सकती है
(a) 10-6 ऐम्पियर तक
(b) 109 ऐम्पियर तक
(c) 10-9 ऐम्पियर तक
(d) 10 ऐम्पियर तक
(c) 10-9 ऐम्पियर तक
Bihar Polytechnic Physics objective model paper 2023
Q21. निम्न में से किस दशा में विद्युत आवेश पर कोई बल नहीं लगेगा?
(a) चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् गतिमान आवेश
(b) विद्युत क्षेत्र में गतिमान आवेश
(c) चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर गतिमान आवेश
(d) विद्युत क्षेत्र में स्थिर आवेश
(c) चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर गतिमान आवेश
Q22. चुम्बकीय क्षेत्र में उसकी दिशा के समान्तर एक इलेक्ट्रॉन गति कर रहा है। इलेक्ट्रॉन पर
(a) बल की दिशा क्षेत्र के लम्बवत् होगी
(b) बल की दिशा क्षेत्र की दिशा में होगी।
(c) बल की दिशा क्षेत्र के विपरीत होगी
(d) कोई बल नहीं लगेगा
(d) कोई बल नहीं लगेगा
Q23. जब स्वतन्त्र लटकी हुई धारावाही परिनालिका में धारा प्रवाहित की जाती है तो परिनालिका के रुकने की दिशा होती है
(a) पूर्व-पश्चिम
(b) उत्तर-पश्चिम
(c) किसी भी दिशा में रुक सकती है
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
Q24. लम्बी धारावाही परिनालिका का चुम्बकत्व
(a) मध्य में कम होता है
(b) सभी जगह समान होता है
(c) सिरों पर कम होता है
(d) सिरों पर अधिक होता है
(c) सिरों पर कम होता है
Q25. निम्न में असत्य कथन चुनिये।
(a) दो धारावाही परिनालिकायें परस्पर उसी प्रकार आकर्षित तथा प्रतिकर्षित करती हैं जिस प्रकार दो चुम्बक एक-दूसरे को आकर्षित अथवा प्रतिकर्षित करती हैं ये
(b) परिनालिका में चुम्बकत्व का गुण उसी समय तक विद्यमान रहता है जब तक कि उसमें विद्युत धारा रहती है
(c) (a) व (b) दोनों
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
(c) (a) व (b) दोनों
Q26. एक सीधे विद्युत धारावाही तार में विद्युत धारा के प्रवाहन से उत्पन्न होने वाली चुम्बकीय बल रेखायें होंगी
(a) तार के लम्बवत
(b) तार के समान्तर
(c) तार के वृत्त की ओर
(d) इनमें से कोई नहीं
(d) इनमें से कोई नहीं
Q27. 0.2 मीटर लम्बे एक तार को 0.5 वेबर/मी2 तीव्रता के चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र के समान्तर रखा जाता है। यदि तार में 2 ऐम्पियर की धारा प्रवाहित की जाए, तो तार पर लगने वाला बल होगा
(a) 0 न्यूटन
(b) 0.2 न्यूटन
(c) 0.1 न्यूटन
(d) 2.0 न्यूटन
(a) 0 न्यूटन
Q28. एक इलेक्ट्रॉन 10 वेबर/मी2 तीव्रता वाले चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र के लम्बवत् 3×107 मी/से के वेग से प्रवेश करता है। इलेक्ट्रॉन पर कार्य करने वाला बल होगा। (e = 1.6 x 10-19 कूलॉम)
(a) 48 x 10-11 न्यूटन
(b) 4.8 x 1011 न्यूटन
(c) 0.48 x 1011 न्यूटन
(d) 0.48 x 10-10 न्यूटन
(a)
Q29. ‘एक प्रोटॉन 2500 न्यूटन/ऐम्पियर-मी वाले चुम्बकीय क्षेत्र में 4×105 मी/से के वेग से क्षेत्र के समान्तर प्रवेश करता है। प्रोटॉन पर आरोपित बल होगा। (प्रोटॉन पर आवेश = 1.6 x 10-19 कूलॉम)
(a) शून्य
(b) 4.8 x 10-10 न्यूटन
(c) 4.8×1010 न्यूटन
(d) 0.48×10-10 न्यूटन
(a) शून्य
Q30. एक चालक के चारों ओर जिसमें विद्युत धारा बह रही हो, चुम्बकीय क्षेत्र स्थापित हो जाता है। यह किस वैज्ञानिक ने बताया?
(a) ओर्टेड
(b) हेनरी
(c) हालवैश
(d) फैराडे
(a) ओर्टेड
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Q31. दो सीधे लम्बे समान्तर तार एक-दूसरे से 2 r दूरी पर हैं। प्रत्येक तार में धारा i एक ही दिशा में बह रही है। दोनों तारों के बीच एक बिन्दु पर, जो प्रत्येक तार से r दूरी पर है, चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी
(a) 1/r
(b) 2i/r
(c) 4i/r
(d) शून्य
(d) शून्य
Q32. एक धारावाही कुण्डली के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र होता है
(a) कुण्डली के तल के समान्तर
(b) कुण्डली के तल के लम्बवत
(c) शून्य
(d) अनन्त
(a) कुण्डली के तल के समान्तर
Q33. यदि धारावाही परिनालिका में धारा की दिशा बदल दी जाए, तो वह घूम जाएगी ।
(a) 30°
(b) 10°
(c) 180°
(d) 0°
(c) 180°
Q34. 32×10-19 कूलॉम का आवेश 106 मी/से के वेग से 3 वेबर/मी तीव्रता वाले चुम्बकीय क्षेत्र से 60° के कोण पर प्रवेश करता है। आवेश पर लगने वाला बल होगा
(a) 8.31×10-13 न्यूटन पर
(b) 6×102 न्यूटन
(c) 8.01x 10-11 न्यूटन
(d) 7 x 10-11 न्यूटन
(a) 8.31×10-13 न्यूटन पर
Q35. एक धारामापी की सुग्राहिता 0.5 माइक्रोएम्पियर है। इसमें 2 x 105 ऐम्पियर की धारा प्रवाहित करने से विक्षेप होगा
(a) 40 विभाग
(b) 70 विभाग
(c) 10 विभाग
(d) शून्य
(a) 40 विभाग
Q36. एक वृत्ताकार तार जिसकी त्रिज्या 10 सेमी है, में होकर 1 ऐम्पियर धारा बहती है वृत्तीय तार के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय प्रेरण का मान होगा (μo = 4π x 10-7 वेबर ऐम्पियर/मीटर)
(a) 10-8 टेस्ला
(b) 628×10-6 टेस्ला
(c) 0.5×10-8 टेस्ला
(d) 5.0 टेस्ला
(b) 628×10-6 टेस्ला
Q37. कोई चुम्बक ऊर्ध्वाधर रखी हुई तारों की कुण्डली में स्वतन्त्रतापूर्वक गिराया जा रहा है। इसका त्वरण होगा
(a) g के बराबर
(b) g से अधिक
(c) g से कम
(d) प्रारम्भ में g के बराबर तथा बाद में g से अधिक
(c) g से कम
Q38. एक लम्बे सीधे तार में 12 ऐम्पियर की धारा बह रही है। 48 सेमी की दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी
(a) 5×10-6
(b) 5×10-4
(c) 0.05 x 10-4
(d) 10-3
(a)
Q39. μo /4π होता है
(a) 10-7 न्यूटन/ऐम्पियर2
(b) 10-7 न्यूटन/ऐम्पियर2
(c) 10-7 न्यूटन ऐम्पियर2
(d) 10-7 न्यूटन ऐम्पियर2
(a)
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