Class 12th Political Science ( लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर ) 2024 | ( Part – 1 ) Intermediate Exam 2024

अगर आप कक्षा बारहवीं के छात्र हैं और इस बार इंटर बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए तैयारी कर रहे हैं तो यहां पर आपके लिए कक्षा 12 राजनीतिक शास्त्र का लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर दिया हुआ है जो कि आने वाले इंटर बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है और साथ में यहां पर ( Inter Board Exam 2024 Political Science Question Answer ) बिहार बोर्ड कक्षा 12 राजनीतिक शास्त्र का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर भी मिल जाएगा।

दोस्तों यह सभी प्रश्न आपके इंटर बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए बहुत-बहुत महत्वपूर्ण है राजनीति शास्त्र का लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर इसलिए इन सभी प्रश्नों को याद जरूर करें तथा अपने कॉपी में लिख ले ताकि आने वाले इंटर बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए कोई दिक्कत का सामना ना करना पड़े।

राजनीतिक शास्त्र ( लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर ) |PART – 1

राजनीति विज्ञान कक्षा 12 लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर 2024

Q 1. सर्जिकल स्ट्राइक 2 क्या है ?

Ans :-  कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी, 2019 को आतंकवादियों ने बम विस्फोट कर 40 भारतीय सैनिकों को मौत के घाट सुला दिया। इसके जवाब में भारतीय वायु सैनिकों ने 26 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में बम गिराकर उसके करीब 300 आतंकवादियों को मार डाला एवं उसके आतकंवादी ट्रेनिंग सेंटर को बर्बाद कर वापस आ गया। भारतीय सैनिकों द्वारा इस कार्रवाई को सर्जिकल स्ट्राइक 2 कहा गया है।


Q 2. ग्राम पंचायत के कार्यों का वर्णन करें।

Ans :- ग्राम पंचायत के निम्नलिखित कार्य है

(i) पंचायत क्षेत्र के विकास के लिए वार्षिक योजना तथा वार्षिक बजट तैयार करना।
(ii) प्राकृतिक विपदा में सहायता करने का कार्य।
(iii) सार्वजनिक सम्पत्ति से अतिक्रमण हटाना और
(iv) स्वैच्छिक श्रमिकों को संगठित करना और सामुदायिक कार्यों में स्वैच्छिक सहयोग करना।


Q 3. भाषा नीति क्या है ?

Ans :-भाषा के चलते देश में किसी प्रकार की अड़चन या बलवा न होने देना भाषा नीति कहलाती है। भारत में 114 भाषाएँ बोली जाती हैं। हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी है। संविधान के अनसार सरकारी काम काज की भाषा में अंग्रेजी के प्रयोग के निषेध के बावजूद गैर हिन्दी भाषी प्रदेशों की माँग के कारण अंग्रेजी का प्रयोग जारी है। तमिलनाडु में इसके लिए उग्र आंदोलन हुआ। इस विवाद को सरकार ने हिन्दी या अंग्रेजी भाषा के प्रयोग को मान्यता देकर सुलझाया।


Q 4. नगर निगम के क्या कार्य है ?

Ans :-नगर निगम नागरिकों की स्थानीय आवश्यकता एवं सुख-सुविधा के लिए अनेक कार्य करता है। नगर निगम के कुछ कार्य निम्नलिखित हैं –

(i) नगर क्षेत्र की नालियों, पेशाबखाना, शौचालय आदि का निर्माण करना एवं उसकी देखभाल करना।
(ii) कूड़ा-कर्कट तथा गंदगी की सफाई करना।
(iii) पीने के पानी का प्रबंध करना।
(iv) गलियों, पुलों एवं उद्यान की सफाई एवं निर्माण करना।
(v) मनोरंजन गृह का प्रबंध करना।
(vi) आग बुझाने का प्रबंध।
(vii) दुग्धशाला की स्थापना एवं प्रबंध करना।
(viii) खतरनाक व्यापारों की रोकथाम, खतरनाक जानवरों तथा पागल कुत्तों को मारने का प्रबंध करना।
(ix) विभिन्न कल्याण केन्द्रों जैसे मृत केन्द्र, शिशु केन्द्र, वृद्धाश्रम की स्थापना एवं देखभाल करना।
(x) जन्म-मृत्यु का पंजीकरण का प्रबंध करना।
(xi) नगर की जनगणना करना।
(xii) नये बाजारों का निर्माण करना।
(xiii) नगर में बस चलवाना।


Q 5 . पंचायती राज में सरपंच की शक्तियों की व्याख्या करें।

Ans :- सरपंच गाँव का मुखिया होता है उसे गाँव के मुखिया के रूप में गाँव की भलाई के असले लेने होते हैं और ग्राम पंचायत के लिए जो कार्य ऊपर लिखे गए हैं उनमें सरपंच की अस भमिका होती है। इन सभी कार्यों को करने की उसकी जिम्मेवारी होती है और उसका दायित्व होता है की गाँव की भलाई के लिए वह हर सामाजिक कार्य करे जिससे जन-जन का , भला होता हो। उसे सभी के सुख-दुःख में शामिल होना चाहिए व एक सच्चे सेवक की भांति कार्य करना चाहिए।


Q6. पंचायती राजव्यवस्था से आप क्या समझते हैं ?

Ans :- पंचायती राजव्यवस्था उस व्यवस्था को कहते हैं जिसके द्वारा गाँव के लोगों को अपने गाँवों का प्रशासन तथा विकास स्वयं अपनी इच्छा तथा आवश्यकतानुसार करने का अधिकार दिया गया है। गाँव के लोग अपने इस अधिकार का प्रयोग पंचायतों द्वारा करते हैं। इसलिए इसे पंचायती राज कहा जाता है। पंचायती राज एक त्रिस्तरीय (Three tier) ढाँचा है, जिसका निम्नतम स्तर ग्राम पंचायत का है और उच्चतम स्तर जिला परिषद् का और बीच वाला स्तर पंचायत समिति का। 73वें संविधान संशोधन के अनुसार जिन राज्यों की जनसंख्या 20 लाख से कम है। उन राज्यों में पंचायती राज की दो स्तरीय प्रणाली की व्यवस्था की गई है। पंचायती राज के प्रत्येक स्तर पर शक्तियों का वितरण किया गया है और प्रत्येक स्तर पर लोग प्रशासन को चलाने में भाग लेते हैं।


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Q 7. न्यायिक पुनरावलोकन से आप क्या समझते हैं ?

Ans :- न्यायिक पुनर्रावलोकन उस प्रक्रिया को कहते है जिसके अन्तर्गत कार्यकारिणी के कार्यों की न्यायपालिका द्वारा पुर्नरीक्षा का प्रावधान हो। दूसरे शब्दों में न्यायिक पुनर्रावलोकन से तात्पर्य न्यायालय की उस शक्ति से है, जिस शक्ति के बल पर वह विधायिका द्वारा बनाये कानूनों कार्यपालिका द्वारा जारी किये गये आदेशों तथा प्रशासन द्वारा किये गये कार्यों की जाँच करती है कि वह मूल ढांचे के अनुरूप है या नहीं। मूल ढाँचे के प्रतिकूल होने पर न्यायालय उसे घोषित करती है। न्यायिक पुनरावलोकन की उत्पति सामान्यत: संयुक्त राज्य अमेरिका से मानी जाती है।


Q 8. भारत की राजनीति में जाति की भूमिका का वर्णन करें।

Ans :-कहा जाता है कि सामुदायिक समाज की संरचना का आधार जाति है क्योंकि एक जाति के लोग ही स्वाभाविक समुदाय का निर्माण करते हैं। इन समुदायों के लोगों के समान हित होते हैं। दूसरे अन्य समुदाय के हितों से उनका हित भिन्न होता है। जाति हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। राजनीति में जाति के अनेक पहलू हो सकते हैं

(i) निर्वाचन के वक्त पार्टी प्रत्याशी तय करते समय जातीय समीकरण का ध्यान जरूर रखती है। चुनाव क्षेत्र में जिस जाति विशेष की मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक होती है, पार्टियाँ उस जाति के हिसाब से प्रत्याशी तय करती हैं ताकि उन्हें चुनाव जीतने के लिए जरूरी वोट मिल जाए। सरकार गठन के समय भी जातीय समीकरण को ध्यान में रखा जाता है।
(ii) राजनीतिक पार्टियाँ जीत हासिल करने हेतु जातिगत भावना को भड़काने की कोशिश करती हैं। कुछ दल-विशेष की पहचान भी जातिगत भावना के आधार पर हो जाती है।
(iii) निर्वाचन के समय पार्टियाँ वोटरों के बीच साख बनाने हेतु अपना चेहरा स्वच्छ . आर जाति भावना से ऊपर बनाने की कोशिश करती हैं।
(iv) दलित और नीची जातियों का भी महत्त्व निर्वाचन के समय बढ़ जाता है। उच्च पण या जाति के उम्मीदवार भी नीची जातियों के सम्मुख नम्र भावना से जाते हैं और उनके मत हासिल करने हेतु अनुनय विनय करते हैं। इन अवसरों पर नीची जातियों में भी आत्म गौरव । जागृत होता है और स्वाभिमान जगता है अर्थात् इन जातियों में राजनीतिक चेतना के सुअवसर प्राप्त होते हैं।


Q 9. मौलिक अधिकार क्या है ?

Ans :- मौलिक अधिकार उन आधारभूत आवश्यक तथा महत्वपूर्ण अधिकारों को कहा जाता है जिनके बिना देश के नागरिक अपने जीवन का विकास नहीं कर सकते। जो स्वतंत्रताएँ तथा अभि कार व्यक्ति तथा व्यक्तित्व का विकास करने के लिए समाज में आवश्यक समझे जाते हों. उन्हें मौलिक अधिकार कहा जाता है। भारतीय संविधान में सात प्रकार के मौलिक अधिकारों का वर्णन किया गया है परन्तु 44वें संशोधन के बाद 6 तरह के मौलिक अधिकार नागरिकों को प्राप्त हैं। ये अधिकार हैं-

(i) समानता का अधिकार
(ii) संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार
(iii) स्वतंत्रता का अधिकार
(iv) शोषण के विरुद्ध अधिकार
(v) संवैधानिक उपचारों का अधिकार
(vi) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार


Q 10. बांग्लादेश के उदय के कारण बताइए।

Ans :-अयूब खाँ के ‘बुनियादी लोकतंत्र’ के प्रति पाकिस्तानियों का मोहभंग हो चुका था। पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान की भौगोलिक दूरी के कारण दोनों भागों की संस्कृति में भी अंतर था। 1970 के चुनाव के बाद पाकिस्तान के सैनिक शासकों ने बंगालियों की न्यायोचित माँगों को ठुकरा दिया था। 1971 ई. में वहाँ गृह युद्ध शुरू हो गया था। लाखों शरणार्थी भारत आ गए। भारत ने मानवीय आधार पर उनको शरण दी। इसके विरोधस्वरूप 3 दिसम्बर, 1971 ई. को पाकिस्तान ने भारत के हवाई अड्डों पर आक्रमण कर दिया। भारतीय सेना ने बड़े वेग से जवाबी कार्यवाही की। पाकिस्तान युद्ध हार गया और उसका पूर्वी बंगाल का भाग स्वतंत्र होकर बांग्लादेश के रूप में उदित हुआ।


Q 11. “शिमला समझौते’ के बारे में आप क्या जानते है ?

Ans :-आधुनिक बांग्लादेश 1971 से पूर्व पाकिस्तान का एक भाग था। 1971 में वहाँ गृह युद्ध शुरू हो जाने के कारण लाखों की संख्या में शरणार्थी भारत आये। भारत ने मानवीय आधार पर उनको शरण दी। इसके विरोधस्वरूप पाकिस्तान ने 3 दिसंबर, 1971 को भारत के हवाई अड्डों पर धावा बोल दिया। भारतीय सेना ने बड़े वेग से जवाबी कार्यवाही की। पाकिस्तान युद्ध हार गया
और उसका पूर्वी बंगाल का भाग स्वतंत्र होकर बांग्लादेश के रूप में उदित हुआ। इस युद्ध के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंधों को सामान्य बनाने के लिए 3 जुलाई, 1972 को दोनों देशों के प्रधानमंत्री के बीच शिमला में एक समझौता हुआ। दोनों देशों ने यह करार किया कि भारत व पाकिस्तान के बीच डाक-तार सेवा फिर से चालू की जाएगी तथा आर्थिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में दोनों राष्ट्र एक-दूसरे की मदद करेंगे।


Q 12. सार्क के सदस्य देशों के नाम बताइए।

Ans :- सार्क देशों में भारत, मालदीव, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल एवं अफगानिस्तान सम्मिलित हैं। इनका मुख्यालय काठमांडू (नेपाल) में हैं।


Q 13. मार्शल योजना क्या थी ?

Ans :- यह योजना अमेरिकी विदेश मंत्री के नाम पर ‘मार्शल योजना’ के नाम से प्रसिद्ध हुई। इस योजना के फलस्वरूप बहुत कम समय में यूरोपीय देशों की आर्थिक स्थिति युद्ध पूर्व स्तर पर आ गई। आने वाले वर्षों में पश्चिम यूरोपीय देशों की व्यवस्था में बहुत तेजी से विकास हुआ।


Q 14. यूरोपीय आर्थिक समुदाय (EEC) से आप क्या समझते हैं ? स्पष्ट कीजिए।

Ans :- यूरोपीय आर्थिक संघ (EEC)-यूरोपीय आर्थिक संघ शीत युद्ध के दौरान हुए सभी समुदायों में सबसे अधिक प्रभावशाली समुदाय था। इसे यूरोपीय सामान्य बाजार भी कहा जाता था। पश्चिमी जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम तथा लक्जमबर्ग शामिल थे। इस संगठन यरोपीय कोयला और स्टील समुदाय की प्रेरणा से हुआ। इस समुदाय में पहले पाँच वर्षों में इस्पात के उत्पादन में 50 प्रतिशत से भी अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। यूरोपियन के संस्थापक सदस्यों ने आपस में सभी प्रकार के सीमा कर तथा कोटा प्रणाली समाप्त करके मुक्त व्यापार अथवा खुली स्पर्धा का मार्ग प्रशस्त किया। 1961 ई. तक यरोपियन आर्थिक संघ एक सफल संगठन बन गया। इसकी सफलता को देखते हुए 1973 ई. में ब्रिटेन भी इसमें शामिल हो गया।


कक्षा 12 राजनीति विज्ञान लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर 2024

Q 15. यूरोपीय संघ के झंडे का संक्षिप्त परिचय दीजिए।

Ans :- सोने के रंग के सितारों का घेरा यूरोप के लोगों की एकता और मेलमिलाप का प्रतीक है! इसमें 12 सितारें हैं क्योंकि बारह की संख्या को वहाँ पारंपरिक रूप से पूर्णता, समग्रता और एकता का प्रतीक माना जाता है।


Q 16. आसियान के झंडे का संक्षिप्त परिचय दीजिए।

Ans :- आसियान के प्रतीक-चिह्न में धान की दस बालियाँ दक्षिण-पूर्व एशिया के दस देशों को इंगित करती हैं जो आपस में मित्रता और एकता के धागे से बँधे हैं। वृत्त आसियान की एकता का प्रतीक है।


Q17. आसियान के 10 सदस्य देशों के नाम बताइए।

Ans :- 1. इंडोनेशिया, 2. मलेशिया, 3. फिलिपींस, 4. सिंगापुर, 5. थाइलैंड, 6. दारुस्सलाम, 7. वियतनाम, 8. लाओस, 9. म्यांमार, 10. कंबोडिया।


Q 18. 1962 के बाद 1979 ई० तक भारत-चीन संबंध का उल्लेख कीजिए।

Ans :- भारत और चीन के बीच सबंधों को सामान्य होने में करीब दस साल लग गए। 1976 ई. में दोनों देशों के बीच पूर्ण राजनयिक सबंध बहाल हो सके। शीर्ष नेता के तौर पर पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी (वे तब विदेश मंत्री थे) 1979 में चीन के दौर पर गए। बाद में, नेहरू के बाद राजीव गाँधी बतौर प्रधानमंत्री चीन के दौरे पर गए। इसके बाद वे चीन के साथ भारत के संबंधों में ज्यादा जोर व्यापारिक मसलों पर रहा है।


Q 19. विदेशी नीति से क्या अभिप्राय है ?

Ans :- आधुनिक समय में प्रत्येक राष्ट्र को दूसरे राष्ट्रों के साथ सम्पर्क स्थापित करने के लिए विदेश नीति निर्धारित करनी पड़ती है। संक्षेप में विदेश नीति से तात्पर्य उस नीति से है जो एक राज्य द्वारा अन्य राज्यों के प्रति अपनाई जाती है। वर्तमान युग में कोई भी स्वतंत्र देश संसार के अन्य देशों से अलग नहीं रह सकता। उसे राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक-दूसरे पर निर्भर रहना पड़ता है। इस संबंध को स्थापित करने के लिए वह जिन नीतियों का प्रयोग करता है, उन नीतियों को उस राज्य की विदेश नीति कहते हैं।


Q 20. भारतीय विदेश नीति के वैचारिक मूलाधारों की चर्चा कीजिए।

Ans :- भारत की विदेश नीति के वैचारिक मूलाधारों की चर्चा निम्न प्रकार की जा सकती है
1. भारत की विदेश नीति का उदय संसार में होने वाले राष्ट्रीय आंदोलनों के युग में हुआ था। अत: यह स्पष्ट है कि भारतीय विदेश नीति का जन्म एक विशेष पर्यावरण में हुआ था।
2. हमारी विदेश नीति का उदय दूसरे विश्व युद्ध के बाद परस्पर निर्भरता वाले विश्व के दौर में हुआ था।
3. भारत की विदेश नीति के मूलाधारों को उपनिवेशीकरण के विघटन की प्रक्रिया को भी एक कारक माना जा सकता है।
4. भारत की विदेश नीति का जन्म उस समय हुआ था जबकि विश्व में सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक परिवर्तन हो रहे थे।


Q 21. विदेश नीति के चार अनिवार्य कारक बताइए।

Ans :-  किसी भी राष्ट्र की विदेश नीति निश्चित करने के लिए निम्नलिखित चार कारक अनिवार्य माने जाते हैं 1. राष्ट्रीय हित ।
2. राज्य की राजनीतिक स्थिति 3. पड़ोसी देशों से संबंध 4. अंतर्राष्ट्रीय राजनैतिक वातावरण।


Q 22. विदेश नीति के लक्ष्यों का वर्णन कीजिए।

Ans :- विदेश नीति के मुख्यतः दो लक्ष्य होते हैं
1. राष्ट्रीय हित (National interests)-राष्ट्रीय हितों में आर्थिक क्षेत्र में राष्ट्रीय विकास, राजनीतिक क्षेत्र में राष्ट्रीय स्थिरता या स्वामित्व, रक्षा क्षेत्रों में राष्ट्रीय सुरक्षा आदि का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
2.  विश्व समस्याओं के प्रति दृष्टिकोण –  इनमें प्रमुख रूप से विश्वशांति, राज्यों का सहअस्तित्व, राज्यों का आर्थिक विकास, मानव अधिकार आदि शामिल है।


Q 23. 1960 के दशक में किस संकट को “क्यूबा मिसाइल संकट’ के रूप में जाना – गया ?

Ans :-क्यूबा में सोवियत संघ द्वारा परमाणु हथियार तैनात करने की भनक अमरीकियों को तीन हफ्ते बाद लगी। अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी और उनके सलाहकार ऐसा कुछ भी करने से हिचकिचा रहे थे जिससे दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध शुरू हो जाए। लेकिन वे इस बात को लेकर दृढ़ थे कि खुश्चेव क्यूबा से मिसाइलों और परमाणु हथियारों को हटा लें। कैनेडी ने आदेश दिया कि अमेरिकी जंगी बेड़ों को आगे करके क्यूबा की तरफ जाने वाले सोवियत जहाजों को रोका जाए।


Q  24. भारत को सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता के लिए कारण बतावें।

Ans :- जब 1945 में संयुक्त राष्ट्रसंघ बना था, उसमें 51 सदस्य थे अब उसकी संख्या 1992 हो गई। अतः सुरक्षा परिषद का विस्तार होना चाहिए। 1945 में उसमें 11 सदस्य थे, 1965 में यह संख्या 15 हो गई। अब संख्या बढ़नी चाहिए जिसमें जर्मनी, जापान, ब्राजील व भारत जैसे राज्यों को स्थायी स्थान मिलना चाहिए।
भारत के दावे के पक्ष में तीन बिन्दु प्रस्तुत किए जा सकते हैं-1. भारत विश्व का विशालतम लोकतंत्र है ? भारत विश्व का सबसे बड़ा विकासशील देश है। 3. भारत गुट निरपेक्ष आंदोलन का अगुआ रहा है।


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Q 25. ‘क्योटो प्रोटोकॉल’ क्या है ?

Ans :- क्योटो प्रोटोकॉल एक अन्तर्राष्ट्रीय समझौता है। इसके अन्तर्गत औद्योगिक देशों के लिए ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और हाइड्रोफ्लोरो कार्बन जैसी कुछ गैसों के बारे में माना जाता है कि वैश्विक तापवृद्धि (ग्लोबल वार्मिंग) में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।


Q 26. संयुक्त राष्ट्र की स्थापना कब हुई ? इसकी स्थापना के प्रमुख उद्देश्य क्या थे ?

Ans :- संयुक्त राष्ट्र एक ऐसी अन्तर्राष्ट्रीय संस्था है जिसकी स्थापना युद्धों को रोकने, आपसी शांति और प्रेम स्थापित करने तथा जन-कल्याण के कार्य करने के लिए की गई है। आजकल संसार के छोटे-बड़े लगभग 185 देश इसके सदस्य हैं। इस संस्था की विधिवत् स्थापना 24 अक्टूबर, 1943 ई० को हुई थी। इस संस्था का मुख्य कार्यालय न्यूयार्क (Newyork) अमेरिका में है।


Q 27. महिला राष्ट्रीय आयोग का गठन कब हुआ?

Ans :- इसके अधीन कौन-कौन से उपायों
मलित किया जिनके द्वारा महिलाओं के अधिकारों की रक्षा हो। महिलाओं के अधिकार और कानूनी अधिकारों की सुरक्षा के लिए 1990 ई. में संसद ने महिलाओं के लिए राष्ट्रीय आयोग की स्थापना के लिए कानून बनाया जो 31 जनवरी 1992 ई० को जस्तित्व में आया। इसके अन्तर्गत कानून की समीक्षा, अत्याचारों की विशिष्ट व्यक्तियों शिकायतों में हस्तक्षेप और जहाँ कहीं भी उपयुक्त और संभव हो महिलाओं के हितों की रक्षा के उपाय सम्मिलित हैं।


Q 28. शिक्षा और रोजगार में पुरुषों और महिलाओं की स्थिति का अंतर बताइए।

Ans :- पुरुषों और महिलाओं की स्थिति में शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में अंतर है। स्त्री साक्षरता 2001 में 54.16 प्रतिशत थी जबकि पुरुषों की साक्षरता 75.85 प्रतिशत थी। शिक्षा के अभाव के कारण रोजगार, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य सुविधाओं के उपयोग जैसे क्षेत्रों में महिलाओं की सफलता सीमित है।


Q 29. ‘क्षेत्रवाद एवं राष्ट्रीय सरकार’ विषय पर संक्षिप्त नोट लिखिए।

Ans :- 1. क्षेत्रवाद ने राष्ट्र के लिए चिंता उत्पन्न की। राष्ट्रीय सरकार को कई बार हथियार उठाकर उन्हें कुचलने का प्रयास करने पड़े। 2. यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि स्वाययत्ता की माँग को लेकर चले अधिकतर संघर्ष लंबे समय तक जारी रहे और इन संघर्षों पर विराम लगाने के लिए केंद्र सरकार को सुलह की बातचीत का रास्ता अख्तियार करना पड़ा अथवा स्वायत्तता के आंदोलन की अगुवाई कर रहे समूहों से समझौते करने पड़े।
3. क्षेत्रवाद के समर्थक गुटों/नेताओं आदि एवं देश की सरकार के मध्य हुई बातचीत की एक – लंबी प्रक्रिया के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता हो सका। बातचीत का लक्ष्य यह रखा गया कि विवाद
के मुद्दों को संविधान के दायरे में रहकर निपटा लिया जाए। बहरहाल, समझौते तक पहुँचने की यह यात्रा -बड़ी दुर्गम रही और इसमें जब-तब हिंसा के स्वर उभरे।


Q 30. 1991 में ‘नई विश्व व्यवस्था’ की शुरुआत कैसे हुई ?

Ans :- नई विश्व व्यवस्था की शुरुआत (Beginning of New World Order)
1. सोवियत संघ के अचानक विघटन से हर कोई आश्चर्यचकित रह गया। दो महाशक्तियों (अमेरिका तथा सोवियत संघ) में अब एक का वजूद तक न था जबकि दूसरा अपनी पूरी ताकत या कहें कि बढ़ी हुई ताकत के साथ कायम था। इस तरह जान पड़ता है कि अमेरिका के वर्चस्व (Hegemony) की शुरुआत 1991 में हुई जब तक ताकत के रूप में सोवियत संघ अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य से गायब हो गया। एक सीमा तक यह बात सही है लेकिन हमें इसके साथ-साथ दो और बातों का ध्यान रखना होगा।
2. पहली बात यह है कि अमेरकी वर्चस्व के कुछ पहलुओं का इतिहास 1991 तक सीमित हा है बल्कि इससे कहीं पीछे दूसरे विश्वयुद्ध की समाप्ति के समय 1945 तक जाता है।
3. दूसरी बात, अमेरिका ने 1991 से ही वर्चस्वकारी ताकत की तरह बर्ताव करना शुरू नहीं किया। दरअसल यह बात ही बहत बाद में जाकर साफ हुई कि दुनिया वर्चस्व के दौर में जी रही है।

Political Science Short Answer Question Answer Class 12

   S.N Class 12th Political Science Objective Question 2024
   1.   शीत युद्ध का दौर
   2.   दो ध्रुवीयता का अंत
   3.  समकालीन विश्व में अमेरिकी वर्चस्व
   4.   सत्ता के वैकल्पिक केंद्र 
   5.   समकालीन दक्षिण एशिया
   6.   अंतरराष्ट्रीय संगठन 
   7.   समकालीन विश्व में सुरक्षा
   8.   पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन
   9.   वैश्वीकरण
  10.   राष्ट्र निर्माण की चुनौतियां
  11.  एक दल के प्रभुत्व का दौर
  12. नियोजित विकास की राजनीति
 13. भारत के विदेशी संबंध
 14. कांग्रेस प्रणाली : चुनौतियां और पुनर्स्थापना
 15. लोकतांत्रिक व्यवस्था का संकट
 16. जन आंदोलन का उदय
 17.  क्षेत्रीय आकांक्षाएं
 18. भारतीय राजनीति : नए बदलाव